Sunday, February 11, 2024

Namaj Surah सूरह

 

सूरह कुरैश Surat Al-Quraysh

La e-lah fee Qooraysh
E-lah fehim rihlatih sheetaahh ey wa sayf
Fell-ya boodoo Rubbaha dhel bayt
Al-ladhee a ta'amahoom min ju'aoo wa ah men-ahoom min khawf
                                             

 

लिईलाफि कुरैशिन।

इलाफिहिम रिहलतशीताई  वस्सैफ।

फल यअबुदु रब्ब हाज़ल बैंतिलजी।

अत -अ महुम मिन जुईव।

व अमन हुम् मिन खौफ 

Surah Al-fil

Alyam tara kayfa fa’ala rabbuka bi ashaabil-fiil. Alam yadj’al kaydahum fii tadliil.  Va arsala ’alayhim tayran abaabiil. Tarmiihim bihidjaratim-min sidjiil. Fa dja’alahum ka’asfim-ma’kuul.

अलम  तरा  कैफ फअल रब्बुका बी बिअश्हाबिल फील.

अलम यजअल  कैदहुम फ़ी  तज्लिलिव -वअरसल अलैहिम तैरन अबाबील।

तरमीहिम बिहिजरतिम मिन सिज्जील।

फजलहुम्    क-आस्फीम  मअकुल।

Surah “Al-Kausar ”

Innaa a’ataynakal-kausar. Fasalli lirabbika vanhar. Inna shaaniaka huval-abtar.

इन्ना अतयना कल कौसर।

फ़ सल्लि लि रब्बि क- वन -हर

इन्ना  शानिआक़ा हुवल अबतर

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urah “Al-Kafirun”

Kul ya ayyuhal-kaafiruun. Laa a’budu maa ta’buduun. Va laa antum ’abiduuna maa a’bud. Va laa ana ’aabidum-maa ’abadtum. Va laa antum ’aabiduna maa a’bud. Lakum diinukum va liya din

कुल या अैय्युहल  काफिरून।     

ला आ अबुदू  मा ताअबुदन।

वला अन्तुम आबिदूना मा आअबुद।

वला अना आबिदु-मा अबत्तुम। 

वला अन्तुम  आबिदुन  मा आअबुद

लकुम दीनूकुम वलीयदीन।

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Surah “Al-Masad”

Tabbat yadaa Abi lahabiu va tabb. Maa agna ’anhu maaluhu va maa kasab. Sayasla naaran thaata lahab. Vamra atuhu hammaa lata-lhatab. Fii djidiha hablum mim masad.

तब्ब्त यदा अबी  लहबि वतब्ब।

मा अग्ना अनहु मालूहू मा कसब।

सयस्व नारन जात लहुबिवमरअतूहू  हम्मा लतल हतब।

फी जिहिदा हबलूम मिमसद

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Surah “Al-Ikhlas”

Kul huva llahu ahad. Allahu ssomad. Lam yalid va lam yuulad. Va lam yakul-lahu kufuvan ahad.

कुल हूवल्लाहू अहद।

अल्ला हुस्समद

व् लम यालिद व् लम यूलद।

व् लम यकूलहू कुफुवन अहद।

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Surah “Al-Falaq”

Kul a’uthu bi rabbil-falaq. Min sharri maa halak. Va min sharri gasikin ithaa vakab. Va min sharri nnaffaasaati fil-’ukad. Va min sharri haasidin ithaa hasad.

कुल आअूजु बिरब्बिल फलक।

मिन शर्री  मा खलक।

व् मिन शर्री  गासिकिन इजा वकब।

व् मिन शर्री  न्नफ्फासति फिल अूकदी।

व् मिन शर्री  हासिदिन इजां हसद।

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Surah “An-Nas”

Kul a’uthu bi rabbi n-naas. Maalikin-naas. Ilaahi n-naas. Min sharilvasvaasil-hannaas. Allathi yuvasvisu fii suduurin-naas. Minal-djinnati van-nas.

कुल आअूजुबि रबिन्नासि।

मालिकिन्नासि। इलाहीन्नासि।

मिनशर्रील वस्विसिल खन्नासि।

अल्लजी यु वस्विसु फी  सुदुरिन्नास।

मिनल जिन्नति वन्नास।

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कलीमए तम्जीद

सुब्हानल्लीही  वल- हमदूलील्ला 

वाला इला-ह-इलल्लाहु वल्लाहु अकबर 

वला हौ-ल

वला कुव्व-त 

इल्ला बील्लाहिल अलीयील अजीम

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सुब्हाना कल्ला हुम्मा वबी हम्दिका वताबारा कस्मुका वता आला जद्दुका वलाई लाहा गैरुका.

आउजु बिल्लाहि मिनाशश्यता नुर्रज़िम  बिस्मिल्लाहिर रहमानिर रहीम 

अलहमदु लिल्लाहि रब्बिल आलमीन, अर्रहमानिर्रहीम मालिकी यवमिद्दीन, इय्याका नअबुदू वइय्याका नसताइन,इहदि नस्सिरातल मुस्तकीम, सिरातल लजीना अन अमता अलेयहिम गयरिल मगदुबि अलयहिम वलदद्वाल्लीन (आमीन

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१५. तशहुद में बैठ कर सबसे पहले अत्तहिय्यात पढ़िए. अत्तहिय्यात के अल्लाह के रसूल ने सिखाये हुवे अल्फाज़ यह है,
अत्ताहियातु लिल्लाहि वस्सलवातु वत्तैयिबातू अस्सलामु अलैका अय्युहन नाबिय्यु रहमतुल्लाही बरकताहू अस्सलामु अलैना आला इबादिल्लाहिस सालिहीन अशहदु अल्ला इलाहा इल्ललाहू अशहदु अन्न मुहम्मदन अब्दुहु रसुलहू

१६. इसके बाद दरू पढ़े. दरूद के अल्फाज़ यह है,
अल्लाहुम्मा सल्ली अला मुहम्मद आला आली मुहम्मद कमा सल्लैता आला इब्राहिम वा आला आली इब्राहिमा इन्नका हमिदुम माजिद

अल्लाहुम्मा बारीक़ अला मुहम्मद आला आली मुहम्मद कमा बारकता आला इब्राहिम वा आला आली इब्राहिमा इन्नका हमिदुम माजिद


या अल्लाह  तू ही रहीम हैं तू ही करीम हैं,  या अल्लाह मेरे बच्चों को  हर बिमारी और मरदूद जिन से दूर कर, अल्लाह पाक मेरे बच्चों को  शिफ़ा अता फरमाये|
या अल्लाह मेरे घर में बरकत दे , हर बुरा साया, मरदूद जिन  मेरे घर से दूर कर 
या अल्लाह 
या अल्लाह तुझे वस्ता है हुजूर ए. पाक सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम का, तुझे वास्ता है औलिया अल्लाह



 ameen

अल्लाह सबकी सुनता है, बस मायूस मत होना ] दुआ किया करो और दुआ के साथ सबर भी किया करो क्योंकि अल्लाह सबकी सुनते हैं ,  




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 Ghar se jinnat ko Bhagane ka mantra
अगर आप खुद घर पर रहते हुए आसान उपाय के जरिये jinnat ko bhagane ka tarika कर रहे है तो एक तो आसान सा उपाय कर सकते है. इसके लिए एक मोर पंख लें। उसे लोबान की आग में आषा जलाए. जलाते समय ‘विशमिलाहररहमान नीर रहीम’ का जाप करता रहे.

इस अध जले मोरपंख को एक पूरे मोरपंख के मोरछल (चंबर) में खोंस दें. मोरछल की जड़ में काली घोड़ी के पूंछ के बाल से तीन हकीक, एक मरगज, एक लहसुनिया छेद कर पिरो दे और उसे मोरछल की जड़ में बांध दे.

आप s.a.w.s. ने फरमाया था :-  मैं तुझसे अल्लाह की पनाह चाहता हूँ ! मैं तुझ पर अल्लाह की लानत भेजता हूँ ! इस तरह आपने तीन दफा फरमाया !

अल्लाह जो बीमार हैं उन्हें शिफ़ा -कामिला अता फरमा

हमारे गुनाहों को माफ़ फरमा , हमारी ख़ताओं को माफ़ फरमा ,

 तेरे सिवा कोई इबादत के लायक़ नहीं है . तेरे सिवा कोई ताऱीफ के लायक नहीं है,

तू अपनी रहमत से हमें माफ़ कर दे, अल्लाह ऐसी नमाज़ पढ़ने की तौफ़ीक़ अत कर जिस नमाज़ से तू राज़ी हो जाये ,

अल्लाह हमारी परेशानियों को दूर करदे , अल्लाह जो बीमार हैं उन्हें शिफ़ा -कामिला अता फरमा

अल्लाह शैतान से हमारी हिफाज़त फरमा, अल्लाह हलाल रिज़्क़ कमाने कि तौफ़ीक़ अता फरमा

  अल्लाह ऐसी नमाज़ पढ़ने की तौफ़ीक़ अत कर जिस नमाज़ से तू राज़ी हो जाये ,

 ज़िंदगी में ऐसे नेक अमल करने कि तौफ़ीक़ अता कर जिन अमालोंसे तू राज़ी हो जाये .

 हमें ऐसी ज़िन्दगी गुज़ारने की तौफ़ीक़ अता कर जिस ज़िंदगी से तू राज़ी हो जाये .

 ईमान पे ज़िंदा रख और ईमान पे ही मौत अता कर .

  अल्लाह हमें तेरे हुक्मों की फ़र्माबरदारी करने वाला बना ..

 और तेरे प्यारे हबीब जनाबे मोहम्मद रसूलुल्लाह (सलल्लाहो

ताआला अलैहि वस्सल्लम ) के नेक और पाकीज़ा तरीकों को अपनी ज़िन्दगी में लाने वाला बना .

  अल्लाह हमारी परेशानियों को दूर करदे ,

  अल्लाह जो बीमार हैं उन्हें शिफ़ा -कामिला अता फरमा .

  अल्लाह जो क़र्ज़ के बोझ से दबे हुए हैं उनका क़र्ज़ जल्द जल्द अदा करवा दे ,

  अल्लाह शैतान से हमारी हिफाज़त फरमा

  अल्लाह इस्लाम के दुश्मनों का मुँह काला कर ,

  अल्लाह हलाल रिज़्क़ कमाने कि तौफ़ीक़ अता फरमा ,

  परवर्दिगार- -आलम हमें माँगना नहीं आता लेकिन तुझे देना आता है तू हर चीज़ पे क़ादिर है ..

  अल्लाह जो मांगा वो भी अता फरमा जो मांगने से रह गया वो भी इनायत फरमा


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